दिल टूट कर बिखरता है इस कदर..

उल्फत का यह दस्तूर होता है,
जिसे चाहो वही हमसे दूर होता है,
दिल टूट कर बिखरता है इस कदर,
जैसे कांच का खिलौना गिरके चूर-चूर होता है।।

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